कुछ ने वादे किए और तोड़ दिए कुछ ने आधे-अधूरे छोड़ दिए कुछ ने निभाया, पर वादा नही किया कुछ ने जरूरी नही समझा और भूल गए कुछ ने दे दी जान वादों के लिए कुछ को वादों ने बचा लिया कुछ ने चाहा ही नही कुछ मजबूरियों का शिकार हो गए कुछ वादे खुद से किए कुछ में दूसरे भी शामिल हुए कुछ वादे राज रखे गए कुछ वादे सरेआम हुए कुछ वादों ने उम्मीद दी चाहे वो झूठे ही किए गए कुछ वादे असंभव लगे फिर भी पूरे किए गए "~सुधीर